वर्तमान समय में महिलाएं पुरुषो से कंधे से कन्धा मिला कर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है फिर भी महिलाओ के विरुद्ध लैँगिक असमानता हर समाज में देखने को मिलती है। ऐसे में महिलाओ के विरुद्ध होने वाली लैंगिक असमानता को समाप्त करने के उद्देश्य से सयुंक्त राष्ट्र महिला संगठन की स्थापना की गई है।
सयुंक्त राष्ट्र महिला लैंगिक समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए समर्पित संयुक्त राष्ट्र संघ की विशिष्ट संस्था है। विश्व में महिलाओं के समानता के मुद्दे को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विश्व निकाय के भीतर एकल एजेंसी के रूप में संयुक्त राष्ट्र महिला के गठन को 4 जुलाई 2010 को स्वीकृति प्रदान कर दी गई । वास्तविक तौर पर 01 जनवरी 2011 को इसकी स्थापना की गई। सयुंक्त राष्ट्र महिला का मुख्यालय अमेरिका के न्यूयार्क शहर में है।
संयुक्त राष्ट्र महिला संगठन : उद्देश्य
सयुंक्त राष्ट्र महिला का मुख्य उद्देश्य विश्व में लैँगिक समानता स्थापित करना और इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हर संभव प्रयास करना है। लैंगिक असमानता हर समाज में व्याप्त है। लैंगिक असमानता ना केवल महिलाओं के विकास में बाधा बनती है, बल्कि यह राष्ट्र के आर्थिक -सामाजिक विकास में भी बाधा डालती है। ऐसे में महिलाओ को उनके व्यक्तित्व के विकास के पूर्ण अवसर प्रदान करने के लिए एवं राष्ट्र के विकास को गति प्रदान करने के लिए महिलाओ के विरुद्ध होने वाली लैँगिक असमानता को समाप्त करना अत्यंत आवश्यक हो जाता है। लैंगिक समानता ना केवल एक महत्वपूर्ण मानव अधिकार है बल्कि इसकी उपलब्धि से भारी सामाजिक -आर्थिक प्रभाव पड़ता है। महिला सशक्तिकरण के फलस्वरूप अर्थव्यवस्था संपन्नता और विकास को बढ़ावा मिलता है।
संयुक्त राष्ट्र महिला संगठन : संक्षिप्त इतिहास
कई वर्षो तक संयुक्त राष्ट्र संघ को महिला समानता को बढ़ावा देने के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ा फलस्वरूप जुलाई 2010 को सयुंक्त राष्ट्र आम महासभा द्वारा लैंगिक समानता एवं महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए सयुंक्त राष्ट्र महिला संस्था की स्थापना की गई। संयुक्त राष्ट्र के 4 संगठनों का विलय करके नई इकाई को संयुक्त राष्ट्र महिला नाम दिया गया है। ये संगठन निम्नलिखित हैं :
- संयुक्त राष्ट्र महिला विकास कोष 1976
- महिला संवर्धन प्रभाग 1946
- लिंगाधारित मुद्दे पर विशेष सलाहकार कार्यालय 1946
- महिला संवर्धन हेतु संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शोध और प्रशिक्षण संस्थान 1976
संयुक्त राष्ट्र महिला संगठन : संरचना
संयुक्त राष्ट्र महासभा के संकल्प 64/289 के अनुसार संयुक्त राष्ट्र महासभा को एक बहु-संरक्षित अंतर सरकारी प्रशासन संरचना द्वारा नियंत्रित किया गया है। सयुंक्त राष्ट्र महिला संस्था के प्रमुख अंग इस प्रकार है:
कार्यकारी बोर्ड:
कार्यकारी बोर्ड संयुक्त राष्ट्र-महिला की परिचालन गतिविधियों को नियंत्रित करता है और इकाई के लिए परिचालन नीति मार्गदर्शन प्रदान करता है।

महिलाओ की स्थिति पर आयोग (CSW): लैंगिक समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए विशेष रूप से समर्पित प्रमुख वैश्विक अंतरसरकारी संस्था है।यह आर्थिक और सामाजिक परिषद (ईसीओएसओसी) का एक कार्यात्मक आयोग, जिसे 21 जून 1 9 46 के परिषद संकल्प 11 (द्वितीय) द्वारा स्थापित किया गया था।
महिलाओ की स्थिति पर आयोग महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने, दुनिया भर में महिलाओं के जीवन की वास्तविकता का दस्तावेजीकरण और लिंग समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण पर वैश्विक मानकों को आकार देने में सहायक है।
संयुक्त राष्ट्र महिला संगठन : कार्य
अंतर्राष्ट्रीय करार संयुक्त राष्ट्र महिला संगठन की गतिविधियों का मार्गदर्शन करते हैं:
सयुक्त राष्ट्र महिला सामरिक योजना, 2018-2021: संयुक्त राष्ट्र महिला सामरिक योजना, 2018-2021, लैंगिक समानता प्राप्त करने और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र महिला संगठन की रणनीतिक दिशा, उद्देश्यों और दृष्टिकोण की रूपरेखा तय करती है।
महिलाओं के विरुद्ध सभी प्रकार के भेदभाव के उन्मूलन (सीडीएडब्ल्यू) और वैकल्पिक प्रोटोकॉल पर सम्मेलन। इत्यादि
संयुक्त राष्ट्र महिला संगठन के प्रमुख कार्य इस प्रकार है:
- महिलाओं के विरूद्ध होने वाली हिंसा का विरोध करना।
- महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।
- महिला सुरक्षा को बढ़ावा देना।
- महिलाओं की राजनीतिक सहभागिता को बढ़ावा देना।
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